Lord Krishna Updesh In Hindi | गीता के उपदेश हिंदी में


नमस्कार दोस्तों आज हम आपको श्री मद भागवत गीता(Shree Mad Bhagvat Geeta In Hindi) मे से कुछ ऐसी बातो को बतायंगे जिन पर श्री कृष्ण(Lord Krishna Updesh In Hindi)  ने बहुत ज्यादा जोर दिया था और यदि हमें सफल होना है तो हमें इन बातो को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। ये कुछ उपदेश है जो श्री कृष्ण ने महाभारत(Geeta Updesh In Hindi) में अर्जुन को बोले थे।




Shree Krishna Geeta updesh In Hindi | Bhagwat Geeta Updesh In Hindi

1: अपनों की पहचान करे

सब हमेशा यही कहते आये है की यदि आगे बढ़ना है तो अपनों का साथ दो और ये बात सही भी है। अपनों का साथ देना ही चाहिए लेकिन साथ देने से पहले ये जरूर जान लेना चाहिए की अपने है कौन क्या अपने वही होते है जिनके साथ हमारा रक्त संबंद होता है या अपने दोस्त जिनका हमारे साथ रक्त संबंद नहीं होता।

अपने वो होते है जो हमें सदकार्य के लिए प्रेरित करे हमें आगे बढ़ाये हमारा साथ दे और वो जिनका साथ देने से समाज का नाश हो धर्म की हानि हो वो सगे होकर भी सगे नहीं होते।

जब अर्जुन अपनों से लड़ने के लिए तैयार नहीं हुए तो श्री कृष्ण ने कहा हे पार्थ जिन के साथ तुम लड़ने जा रहे हो वो तुम्हारे अपने नहीं है क्योकि जिन लोगो से समाज का नाश और धर्म की हानि होती है वो सगे होकर भी सगे नहीं होते इसलिए हमें जरुरी है की हम अपनों की पहचान करना सीखे।

इसलिए जब भी आपको अपनों की परिभाषा का चुनाव करे तो उन्हें अपना माने जो आपका साथ दे उनका नहीं जो आपके अज्ञान के मार्ग पर ले जाये।

2: प्रग्रति के लिए अपनों से दूर रहे

आप जिससे प्रेम करते है हमेशा उनके पास रहना चाहते है और आप ये कभी नहीं चाहते की हमें कभी अपनों से दूर रहना पड़े या बिछड़ना पड़े। लेकिन एक समय एक बाद अपनों से दूर हो जाना प्रकर्ति के लिए जरुरी है।


मान लीजिये की यदि आप अपनी संतान के जीवन के हर पथ पर उनका मार्गदर्शन करते रहेंगे तो आपकी संतान स्वयं मार्ग चुनना कैसे सीख पायेगी। अपने जीवन में आने वाली हर समस्या को सुलझाना कैसे सीख पाएंगे। इसलिए एक समय के बाद आपको अपनों से दूर हो जाना चाहिए।

3: सकारात्मक विचारों की शक्ति

हमारी सोच ही हमारे जीवन को आकर देती है। यदि आप अच्छा सोचते है तो आपके साथ भी अच्छा ही होता है लेकिन आप हमेशा बुरा सोचते है तो याद रखिये की आपके जीवन में सब कुछ बुरा ही होगा।

यदि हम किसी चीज को दिल से सोचते है तो पूरी कायनात आपको उससे मिलाने में लग जाती है। उसी प्रकार जब आप पूरी शिद्त से अच्छा सोचते है तो आपके साथ सब कुछ अच्छा होता है क्योकि फिर उस मे आपकी मदद कायनात भी करती है। लेकिन यदि आप बुरा सोचते है तो फिर आपके साथ बुरा होने की उतनी ही सम्भावना है।

4: वो करे जो आपको अच्छा लगता है।

हम सब अपने जीवन में कोई न कोई कार्य करते है और जब हम काम करते है तो हमें थकान का भी अहसास होता है और जब थकान खत्म नहीं होती तो काम करने का मन भी नहीं करता। फिर हम ये सोचने लग जाते है की यदि एक दिन में 24 के स्थान 26 घंटे होते तो आराम करने के लिए और समय मिल जाता।


हमें ऐसा लगने लगता है की हम बहुत अधिक काम कर रहे है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा की जो लोग संसार सफल है उनके पास भी सफल होने के लिए सिर्फ 24 घंटे थे  फिर वो सफल क्यों है। इसका एक छोटा सा जवाब है।
सफल लोग हमेशा वो काम चुनते है जो उनको करना अच्छा लगता हो। जिसको करने में उनको आनंद आता हो। 

जिस काम को करने में उनको ये भी पता नहीं चलता हो की समय कब खत्म हो गया। उनको तो वो काम करके ऐसा लगता है जैसे वो किसी ऐसा पल का हिस्सा है जो उनको आनंद की अनुभूति करवाता है।

और जब आपको उस काम में आनंद आने लगता है तो फिर थकान कैसी। इसलिए यदि आप जीवन में कोई भी कार्य करे वो आपके मन को जरूर भाना चाहिए। तब ही आप बिना थकान के कार्य को जल्दी से समाप्त कर सकते हो।

5: समय बहुत अमूल्य है।

कभी आपने सोचा है हमारा जीवन भी उस रेत वाली घड़ी के समान है जो नीचे गिर चुकी है। वो हमारा अत्तीत है और जो रेत अभी भी ऊपर है वो हमारा आने वाला भविष्य है और वर्तमान ये वो स्थान है जहा से ये रेत धीरे धीरे गिर रही है।

मतलब हमारे जीने के लिए यही एक पल है और इसका कैसे उपयोग करना है यह भी हम पर ही निर्भर है ये हमें सोचना है की जो बीत गया है उसका दुःख मनाना है या फिर जो भविष्य में होने वाला है उसके इंतजार में क्रोध करना है। सब कुछ करने के लिए यही एक पल है।

यदि आपको खुश रहना है तो उसके लिए भी आपके पास यही एक पल है। यदि आप बस प्रतीक्षा करते रहोगे तो आपके हाथ से ये पल भी निकल जायेगा और भुतकाल में बदल जायेगा इसलिए किसी भी चीज के लिए प्रतीक्षा नहीं करे। जो काम आज आपको करना है उसको आप आज ही समाप्त कर दे।

यदि आप समय का सही उपयोग नहीं करते तो ये ध्यान देने वाली बात है की आप समय का नाश नहीं कर रहे बल्कि समय आपका नाश कर रहा है। इसलिए जो भी आपको फैसले लेने है आज लीजिये उसको कभी कल या बाद के लिए नहीं छोड़े।

यदि आपको हमारे द्वारा बताये गए श्री मद भागवत गीता के उपदेश(Shree Mad Bhagvat Geeta In Hindi) अच्छे लगे तो हमें जरूर बताये।


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